GURU MAHIMA गुरु महिमा
गुरु पूर्णिमा पर पढ़ें स्वामी सत्यानंद जी महाराज द्वारा रचित "गुरु महिमा" गुरु महिमा सतगुरु आप समर्थ हैं, सन्- मार्ग के बीच। बचा कर मिथ्या से मुझे, हरे भाव सब नीच।।१।। पथ में प्रकटे सदगुरु, हस्त पकड़ कर आप । ताप तप्त को शान्त कर, दिया नाम का जाप।।२। भ्रम भूल में भटकते उदय हुए जब भाग । मिला अचानक गुरु म...